UP News Hindi: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा हैं। जिसके कारण उत्तर प्रदेश में आने जाने वाले लोगों को एक जगह से दूसरी जगह पर जाने में काफी मदद मिल रही हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार अब इसी फायदा उठाना चाहती हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने अब इन एक्सप्रेसवे के किनारे पर 30 औद्योगिक गलियारे बनाने का निर्णय किया है। अगर ये योजना सफल रहती हैं। तो इससे उत्तर प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। यहाँ पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इससे उत्तर प्रदेश के विकास में और तेज़ी आएगी।
उत्तर प्रदेश में सरकार पांच मुख्य एक्सप्रेसवेज के किनारे नए औद्योगिक गलियारे बनाने का प्लान बना रही हैं।
ये एक्सप्रेसवेज हैं।
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे,
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे,
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे,
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे,
- और गंगा एक्सप्रेसवे।
इन एक्सप्रेसवेज के किनारे कुल 5800 हेक्टेयर क्षेत्र में ये औद्योगिक गलियारे विकसित किए जाएंगे, जिस पर लगभग 7000 करोड़ रुपये का होने की उम्मीद हैं। इससे राज्य में उद्योगों का विकास होगा और नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक प्रेजेंटेशन में उत्तर प्रदेश के पांच मुख्य एक्सप्रेसवेज के किनारे बनने वाले औद्योगिक गलियारों की पूरी योजना पेश की गई है।
- मुख्यमंत्री का कहना था कि गंगा एक्सप्रेसवे 12 जिलों को जोड़ता है, वहां पर 11 जगहों पर औद्योगिक गलियारे बनाए जाएंगे जिस पर लगभग 2300 करोड़ रुपये का खर्चा होने की उम्मीद है।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 7 जिलों को जोड़ता है, वहां 6 जगहों पर लगभग 1500 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक गलियारे विकसित किए जाएंगे।
- उत्तर प्रदेश के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़े 10 जिलों में 5 खास जगहों को चुना गया है, जहां 650 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक गलियारे बनाए जाएंगे।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 9 जिलों को जोड़ता है, वहां भी 5 जगहों को चुना गया है और यहां 2300 करोड़ रुपये खर्च करके औद्योगिक गलियारे बनाए जाएंगे।
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, जो 4 जिलों को जोड़ता है, वहां 2 जगहों पर लगभग 320 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक गलियारे बनाए जाएंगे।