बिजनेस

Cibil Score Kaise Thik Kare : अपना सिबील स्कोर कैसे ठीक करें।

क्रेडिट स्कोर को सिबिल स्कोर के नाम से भी जाना जाता है अगर आपका सिबील स्कोर अच्छा है तो आपको अलग अलग जगहों पर इसके फायदे मिल सकते है।

सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर से यह पता चलता है कि आपकी की पिछले वित्तीय मामलों मे किस प्रकार कि परफ़ोर्मेंस रही है।

ऐसे मे यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको किसी भी बैंक से आसानी से लोन मिल जाएगा। वो भी कम ब्याज दर पर इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने क्रेडिट स्कोर को अच्छा रखे ताकि जरूरत पड़ने पर आप इसका लाभ उठा सको।

आज हम आपको इस लेख मे क्रेडिट स्कोर या सिबील स्कोर से जुड़ी कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातों के बारे मे बताने वाले है जिनसे आप आप स्कोर सुधार सकते है।

इस लेख मे हम आपको बताने वाले है सिबिल स्कोर कैसे सुधारे cibil score kaise sudhare , सिबिल स्कोर कैसे ठीक करे cibil score kaise thik kare

सिबिल स्कोर कैसे ठीक करे Cibil Score kaise thik kare

अगर आप किसी भी प्रकार का पर्सनल लोन लेना चाहते हैं या फिर कोई भी प्रोडक्ट किस्तों पर लेना चाहते हैं तो आप सिबील स्कोर सही होना चाहिए। वरना आप कोई भी चीज फाइनेंस नहीं करवा सकते हैं। न ही लोन ले सकते हैं।

1. बिलों और किस्तों का भुगतान समय पर करें

अगर आपने कोई छोटा लोन लिया है या फिर कोई प्रोडक्ट फाइनेंस करवाया है, तो उसकी किस्ते समय से चुकाये।

अगर आप अपनी किस्तों को समय से चुकाने की आदत डाल लेते हो। तो आपका सिबिल स्कोर हमेशा अच्छा होता जाएगा और ये याद रखें कि आपकी ये आदत आगे भी बनी रहे,

क्योंकि अगर आप बाद में अपनी किस्तों पर ध्यान देना बंद कर देते हो तो आपका सिबिल स्कोर का ग्राफ नीचे गिर सकता है | इसलिए इसमें जरा भी लापरवाही न बरते। ताकि जरूरत पड़ने पर आपको आसानी से लोन मिल सके।

2. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो (CUR) को सही रखें

आपके पास जो भी क्रेडिट कार्ड है उसकी लिमिट में से जितना खर्च या इस्तेमाल किया गया है, तो उसे क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो (CUR) कहा जाता है। इस रेशों को निकालने के लिए कार्ड की कुल बकाया राशि को कुल क्रेडिट लिमिट से विभाजित किया जाता है।

उदाहरण के लिए अगर आपके पास दो क्रेडिट कार्ड हैं जिनकी कुल क्रेडिट लिमिट 5 लाख रुपए है, और इसमें से एक कार्ड में बकाया राशि के तौर पर 2 लाख रुपए और दूसरे में 50 हजार रुपए की बकाया राशि है, तो इसके मुताबिक आपका क्रेडिट उपयोग अनुपात 50% है।

क्रेडिट स्कोर अच्छा बनाए रखने के लिए हमेशा सलाह दी जाती है कि क्रेडिट उपयोग रेशियो 30% से कम ही होना चाहिए।

इससे यह पता चलता है कि आप केवल क्रेडिट कार्ड पर ही निर्भर नहीं है | वहीं अगर आपका क्रेडिट उपयोग रेशियो 50% से ज्यादा है तो लोन देने वाली कंपनी आपको जोखिम वाले ग्राहक के रूप में देखती है जिसके कारण आपका लोन रिजेक्ट हो जाता है।

3. क्रेडिट स्कोर लगातार चेक करते रहे

सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर अच्छा बनाने के लिए रोजाना चेक करते है , ताकि आपको अपनी वित्तीय परफॉरमेंस का पता रहे। अगर आपको अपने क्रेडिट स्कोर की रोजाना जानकारी रहती है, तो ऐसे में आप समय रहते सुधार भी कर सकते है।

क्रेडिट स्कोर से आपको पता चलता है कि आपके ऊपर कोई दूसरा कर्ज तो नहीं है या आपने कर्ज चुकाने में कोई गलती तो नहीं की ,जैसे कि लोन की किस्त समय से न चुकाना।

लेकिन कई बार ऐसी भी स्थिति भी या जाती है, कि आपने लोन की किस्ते समय से चुकाई लेकिन फिर भी आपका क्रेडिट या सिबिल स्कोर खराब हो रहा है, कई बार ऐसी गलतियां बैंक द्वारा भी हो जाती है। ग्राहक पेमेंट हिस्ट्री का अधूरा अपडेट इत्यादि जिसके कारण कई बार ग्राहक का क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है।

ऐसे में आप बैंक को उनकी गलती के बारे में बता कर अपनी इस समस्या का समाधान कर सकते है , और अपने क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

  • बिना कोई चार्ज दिए Credit Card से पैसे बैंक अकाउंट में कैसे ट्रांसफर करें।
  • क्रेडिट कार्ड पर मिनिमम पेमेंट क्या हैं इसके क्या फायदे क्या नुकसान हो सकते हैं।
  • क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं चुकाया तो क्या होगा।

4. अलग-अलग तरह के लोन का भुगतान

जिस व्यक्ति का कर्ज चुकाने के रिकॉर्ड अच्छा रहता है उसका क्रेडिट या सिबिल स्कोर उतना ही अच्छा रहता है ,क्योंकि जब तक आप किसी प्रकार का लोन लेकर उसे समय से नहीं चुकाते तब तक आपके क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर मे कोई सुधार नहीं हो।

ऐसे में अगर आपने अभी तक कोई कर्ज नहीं लिया है तो आप अपनी जरूरत के अनुसार किसी प्रकार का लोन ले सकते है या फिर कोई प्रोडक्ट फाइनेंस करा सकते है।

लेकिन आपके सिबिल स्कोर मे तभी सुधार होगा जब आप लोन कि किस्ते समय से जमा करोगे। सिबिल स्कोर अच्छा बनाने के लिए अच्‍छी लोन हिस्ट्री का होना जरूरी है। इसमें सिक्‍योर्ड या अनसिक्योर्ड, शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म अलग-अलग प्रकार के कर्ज शामिल हो सकते हैं।

5. क्रेडिट कार्ड बंद न करें

अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर सुधारना चाहते है तो आपको अपना क्रेडिट कार्ड अकाउंट बंद करने से बचना चाहिए। इससे शॉपिंग या फिर बिल का भुगतान करते रहे।

इसके अलावा लगातार अपने ज्वाइंट अकाउंट खातों की, सिबिल स्कोर की समीक्षा करते रहना चाहिए। ज्वाइंट लोन के मामले में किसी ग्राहक पर ईएमआई के पेमेंट की बराबर जिम्मेदारी होती है। जिसका सीधा असर क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।

6. एक साथ कई लोन लेना सही नहीं

अगर आपने अलग अलग बैंकों से लोन ले रखा है इसके अलावा आपके पास एक से अधिक बैंकों के क्रेडिट कार्ड है।

इसलिए बेहतर होगा कि आप लोन लेने के लिए एक से अधिक क्रेडिट कार्ड का उपयोग न करे जिसके कारण आपका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है। इसलिए आपको जरूरत के समय लोन लेने मे काफी परेशानी हो सकती है।

इसलिए अगर आप चाहते है कि आपका क्रेडिट स्कोर या फिर सिबिल स्कोर अच्छा रहे है ताकि आपको जरूरत पड़ने पर लोन लेने लेने मे ज्यादा परेशानी न हो। तो आप एक समय पर एक से ज्यादा लोन ना लें , क्योंकि इसका सीधा असर असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

  • क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड भूल गए तो नया कैसे बनाए।
  • लोन को जल्दी चुकाने के स्मार्ट तरीके, मिलेगा फायदा ही फायदा
  • कम सैलरी में भी ज्यादा बचत कैसे करें। 

7. गारंटर बने हैं तो लोन के बारे में जानकारी रखें

अगर आपने अपने भरोसे पर किसी थर्ड प्रसन को लोन दिलवाया है, यानि कि आपने उसके लोन चुकाने कि गारंटी ली है परंतु कर्ज लेने के बाद कर्जदार लोन की किस्तें समय से नहीं चुका पा रहा है , या उसने किसते चुकाना बंद कर दिया है।

तो ऐसे मे कर्ज न चुकाने पर न केवल लोन लेने वाले व्यक्ति, बल्कि गारंटर यानि कि आपको भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है जिसके कारण आपको भी आगे से जरूरत पड़ने पर लोन लेने मे परेशानी हो सकती है।

इसके अलावा कर्ज न चुकाने का असर कर्ज लेने वाले के क्रेडिट स्कोर पर तो पड़ेगा ही बल्कि गारंटर के यानि कि आपके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ता है। जिसके कारण आपका क्रेडिट स्कोर बिगड़ सकता है। इसलिए अगर आप गारंटर है तो इस बात का ध्यान रखें की कर्जदार सही समय पर किस्तों का भुगतान कर रहा है या नहीं।

भूलकर भी ऐसे लोगों के गारंटर न बने जिसका पहले से ही वित्तीय हिसाब किताब पहले से ही खराब हो। और बाद मे आपको पछताना पड़े कई बार तो गारंटर को ही कर्ज कि रकम चुकनी पड़ती है इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने आप को ऐसे मामलों से दूर ही रखे।

निष्कर्ष- Cibil Score Kaise Thik Kare

दोस्तों इस लेख मे हमने आपको क्रेडिट स्कोर सुधारने के बारे मे कुछ बाते शेयर की है ताकि आप समय रहते अपना क्रेडिट स्कोर सुधार ले जिसके कारण आपको जरूरत पढ़ने पर आसानी से लोन मिल सके। इस लेख मे हमने आपको बताया है कि सिबिल स्कोर कैसे सुधारे cibil score kaise sudhare , सिबिल स्कोर कैसे ठीक करे cibil score kaise thik kare

अगर आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी अच्छी लगी है, तो आप अपनी राय हमे कमेन्ट बॉक्स मे भी बता सकते है और इस जानकारी को दूसरों के साथ भी शेयर करे ताकि सभी यूजर्स को अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने के बारे मे सही जानकारी मिल सके। अगर आपका इस लेख को लेकर किसी प्रकार का सवाल है, तो अप हमसे कमेन्ट के माध्यम से भी पूछ सकते है हम आपकी समस्या हल करने मे आपका पूरा सहयोग करेंगे। धन्यवाद

Loni Times

लोनी टाइम्स प्लेटफ़ॉर्म पर आपको लोनी गाजियाबाद , दिल्ली एनसीआर बागपत से जुड़ी हुई सभी प्रकार की खबरें देखने को मिलेगी। इसके अलावा मनोरंजन ,टेक्नोलॉजी और बिजनेस से जुड़ी हुई खबरें भी आप पढ़ सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button